Tuesday, April 19, 2016

जानवर भी अपनी जानकारी के जरिए अपनी क्षमताओँ को अपडेट कर लेते हैं।

मैं कुछ परेशान सा हूं। इन दिनों। मेरे तमाम अपनो को लगता है। मेरे चाहने वाले लगातार फोन कर रहे हैं। और अच्छी अच्छी बातें सुना रहे है। मेरे चाहने वालों को लगता है शायद किसी न किसी बात से मुझे मोटिवेशन मिल जाए। और मेरा रुका हुआ चक्का चल पड़े । जो शायद जाम हो  गया है। मेरे एक दोस्त ने फोन करके सुनाया कि उन्होंने एक रिसर्च पड़ी है। रिसर्च जानवरों पर हुई। उसके नतीजे हैरत में डालने वाले है। बड़ी मजेदार बातें कही गई है। उन रिसर्च के नतीजों में। महत्वपूर्ण बात है। जानवर और पक्षी अपनी क्षमताओं को बेहतर तरीके से जानते है। वे अपनी जानकारी से उसे अपडेट भी करते  रहते है। जैसे किसी जानवर को पता है कि वह शेर से तेज नहीं दौड़ सकता। तो जब भी उसका सामना शेर से होगा। तो वह हमेशा तिरछा तिरछा भागेगा। या वह इस तरह से भागेगा जहां पर उसका अपना कौशल काम आए। अपनी सफलताओं और असफलताओं के जरिए वह अपनी छमताओं को अपडेट करते रहता है। यह बात इंसानों में भी है। लेकिन हम इसका उपयोग नहीं करते है। यह हमारी असफलता की एक प्रमुख वजह है.
मेरे मित्र ने कहा कि जीवन में यह करते रहना चाहिए। जब हम अपने फोन और कंप्यूटर अपडेट करते रहते है। तो हमें अपनी छमताओं को भी अपडेट करते रहना चाहिए। हो सकता है बड़ी हो या फिर घटी हो। दोनों  की ही जानकारी हमारे पास होनी चाहिए। आपने कब  से अपडेट नहीं किया। करिए और मैं भी करता हूं। ताकि फिर कुछ सार्थक किया जा सकें। 

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