Thursday, May 5, 2016

आनंद ने मार्टिन लूथर की बातें भेजी हैं। पढ़कर मजा आ गया।

आनंद हमारे छोटे भाई है। लेकिन व्यवहारिक बातों में हमसे कई गुना ज्यादा जानते है। जरूरत पढ़ने पर दुनियादारी के मसले पर हम उनसे पूछते रहते है। लेकिन क्या करें। और लोगों की तरह वे भी मुझसे दुखी रहते हैं।अपनी गप्पें देने की आदत। आलसी स्वभाव और खून के साथ नसों में बहता निक्कमापन उन्हें परेशान करता है। आज उनने सागर से  एक अच्छी बात भेजी। मार्टिन लूथर किंग ने कहा है कि अगर तुम उड़ नहीं सकते तो दोड़ो। अगर तुम दोड़ नहीं सकते तो चलो। अगर चल भी नहीं सकते तो रेगों। पर आगे बढ़ते रहो। अपनी सोच और दिशा बदलो। सफलता आपका स्वागत करेंगी । बात अच्छी लगी सो सोचा आप तक पहुंचा दे। संसद की रिपोर्टिंग थका देती। सो इस बात पर गप्प फिर कभी करेंगे।

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