tag:blogger.com,1999:blog-5906664808447874964.post5733777379151027749..comments2023-07-27T03:30:09.271-07:00Comments on मैं कहता आंखन देखी: अशांत मन और तनाव में शांत होकर बैठ जाए। बुद्द की एक अच्छी कहानी है।alokmohannayakhttp://www.blogger.com/profile/13828741816208168374noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5906664808447874964.post-40294009603115468652010-05-25T17:03:29.657-07:002010-05-25T17:03:29.657-07:00हां ये तो है....सही कहानी सही समय पर आज पढ़ ली..खु...हां ये तो है....सही कहानी सही समय पर आज पढ़ ली..खुद ही पानी गंदा कर रहा था....कभी कभी पढ़ी सही समय पर सामने आकर काम कर जाती है..धन्यवादRohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5906664808447874964.post-42813144861842705522010-05-24T19:25:24.131-07:002010-05-24T19:25:24.131-07:00सीख देती कथा.सीख देती कथा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5906664808447874964.post-22697146781838016732010-05-24T13:01:30.132-07:002010-05-24T13:01:30.132-07:00आलोक जी आपने एक अच्छी कहानी साझा की उसके लिए धन्यव...आलोक जी आपने एक अच्छी कहानी साझा की उसके लिए धन्यवाद। मुझे भी कुछ सीखने के लिए मिला। कभी कभी लगता है बुद्ध की कहानियां पढ़ता जाऊं पढ़ता जाऊं बस पढ़ता जाऊं लेकिन लेकिन एेसा हो नहीं पाता। आप भी जानते हैं। लेकिन जब भी मौका मिले महापुरुषों से संबंधित कहानियां पढऩी चाहिए। एक बार फिर आपका धन्यवाद।<br /><br />http://udbhavna.blogspot.com/पंकज मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/05619749578471029423noreply@blogger.com